लक्सर क्षेत्र के डूंगरपुर गांव में सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया जब तालाब के किनारे टहल रहे एक बुजुर्ग पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया। घटना सुबह करीब छह बजे की है। मगरमच्छ ने बुजुर्ग को तालाब में खींचने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए उन्हें बचा लिया। मगरमच्छ के हमले में बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
गांव निवासी सुरेश (60 वर्ष), पुत्र यादराम, रोज़ाना की तरह शुक्रवार सुबह अपने घर के पास स्थित तालाब के किनारे टहलने गए थे। उसी दौरान तालाब के किनारे घात लगाए मगरमच्छ ने उन पर हमला कर दिया। मगरमच्छ ने सुरेश के हाथ को जबड़े में जकड़कर तालाब की ओर खींचने लगा। सुरेश की चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर दौड़े और बड़ी मुश्किल से मगरमच्छ के चंगुल से उन्हें छुड़ाया।
हमले में सुरेश का एक हाथ बुरी तरह से जख्मी हो गया। हालत गंभीर देखते हुए उन्हें तत्काल 108 एंबुलेंस सेवा से राजकीय अस्पताल हरिद्वार ले जाया गया, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों की भारी भीड़ तालाब के आसपास जमा हो गई। मामले की जानकारी मिलते ही ग्राम प्रधान अरुण कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि सुरेश का घर तालाब के नजदीक है और यह तालाब काफी समय से सफाई के अभाव में मगरमच्छों का अड्डा बन चुका है। ग्राम प्रधान ने बताया कि तालाब की सफाई के लिए प्रस्ताव पूर्व में प्रशासन को भेजा जा चुका है, जिसे स्वीकृति भी मिल गई है। बजट जारी होते ही सफाई का कार्य शुरू करा दिया जाएगा। घटना की सूचना वन विभाग को भी दे दी गई है, जिससे मगरमच्छ को पकड़कर किसी सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जा सके।
गाँव निवासी भाजपा नेता ईश्वर चंद सैनी और जोगिंदर ने मौके पर पहुंचकर घटना पर चिंता जताई और प्रशासन से मांग की कि तालाब की तत्काल सफाई कराई जाए। ग्रामीणों ने भी प्रशासन से मांग की है कि तालाब में मौजूद मगरमच्छों को शीघ्र पकड़कर दूर छोड़ा जाए, ताकि भविष्य में कोई और बड़ा हादसा न हो।
तालाब के पास कई घर बसे हुए हैं, जिनमें छोटे-छोटे बच्चे रहते हैं। ऐसे में यह घटना गांववासियों के लिए चिंता का बड़ा कारण बन गई है।