हरिद्वार (ब्यूरो,TUN ) उत्तराखंड में कांवड़ मेला अब अपने अंतिम पड़ाव पर आ गया है मंगलवार को श्रावण मास की शिवरात्रि के दिन भोले नाथ पर गंगाजल चढ़ाने की मान्यता है जिसको पूरा करने के लिए देश के कोने-कोने से शिव भक्त धर्मनगरी हरिद्वार पहुंचकर गंगाजल अपनी कवाड़ में ले जाते हैं जब कांवड़ मेला शुरू होता है तो शुरुआती दौर में शिव भक्त दूर-दूर से पैदल आ कर के गंगाजल ले जाते हैं और धीरे-धीरे उसके बाद डाक कावड़ का सिलसिला शुरू होता है जैसे-जैसे शिवरात्रि का दिन नजदीक आता है वैसे वैसे शिव भक्तों की संख्या बढ़ती रहती है और प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण कार्य हो जाता है
हरिद्वार शहर में हर जगह कावड़िये ही कावड़िए
आपको बता दें कि हरिद्वार की हर गलियों में हर जगह कावड़िये नजर आ रहे हैं और हाईवे पर दूर-दूर तक जाम की स्थिति नजर आ रही है बात करें शंकराचार्य चौक , चंडी घाट , दूधाधारी चौक , अन्य चौक की वह इस समय यातायात से जाम है
प्रशासन के लिए शनिवार इतवार सोमवार मंगलवार चुनौतीपूर्ण
पुलिस प्रशासन और अधिकारी दिन रात एक कर रहे है और सड़कों पर उत्तर रखे हैं पर करोड़ों की संख्या में इन कावड़ियों को सुचारू रूप से कावड़ मेला चलाना चुनौतीपूर्ण है वैसे तो प्रशासन को इतने कावड़िया आने की पहले से ही सूचनाएं प्राप्त थी और उसकी अनुसार ही सारी व्यवस्थाएं प्रशासन द्वारा की गई थी उसके बाद भी अब आने वाले यह 2 दिन प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण रहेंगे क्योंकि यातायात चलाना इस समय सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण रहेगा क्योंकि शनिवार से ही नेशनल हाईवे पर जाम की स्थिति बनी हुई है