हरिद्वार (ब्यूरो,TUN) मनसा देवी पर्वत पर कई बार लैंडस्लाइड जैसी स्थिति देखी गई है और जैसे ही मानसून आता है यह डर और बढ़ता रहता है पर अभी तक कोई भी ठोस स्थाई कार्य प्रशासन के द्वारा सामने नजर नहीं आया है कई बड़े-बड़े अधिकारी और वैज्ञानिक इसका निरीक्षण कर चुके हैं पर धरातल पर अभी कोई उचित कदम उठता हुए दिखाई नहीं दे रहे हैं हालांकि कई बार अस्थाई बहुत छोटे-छोटे कार्य प्रशासन के द्वारा हुए हैं पर कोई उचित समाधान नहीं मिला है
आपको बता दें कि अब आने वाले महीनों में मानसून नजदीक आ रहा है उसके लिए जिलाधिकारी हरिद्वार द्वारा मानसा देवी पर्वत श्रृंख्ला में लैण्डस्लाइड रोकने के लिए अस्थायी उपचार शीघ्रता से किये जाये ताकि वर्षाकाल में भू-स्खलन न हो इसके लिए अधिकारियों के साथ बैठक लेते हुए निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई विभाग द्वारा तैयार डीपीआर के परीक्षण हेतु आईआईटी रूड़की, सिंचाई, लोनिवि, आपदा प्रबन्धन, वन तथा नगर निगम के अधिकारियों का गुरूवार को ही संयुक्त स्थलीय निरीक्षण कराया। उन्होंने वर्षाकाल में भू-स्खलन रोकने हेतु तत्कालिक कार्यों के अन्तर्गत ड्रेनेज सिस्टम, मलवा हटाने, रास्ता रिपेयरिंग आदि पर भी संयुक्त स्थलीय निरीक्षण आख्या तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिये, ताकि अल्पकालीन कार्य शीघ्रता से शुरू कराये जा सके। जिलाधिकारी ने तकनीकि विशेषज्ञों को निर्देशित करते हुए कहा कि सिंचाई विभाग द्वारा तैयार की गई डीपीआर का भी मौके पर ही परीक्षण करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
इस दौरान आईआईटी रूड़की से अर्थ साइन्सेज़ एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ.एसपी प्रधान, उप जिलाधिकारी मनीष सिंह, अधिशासी अभियंता मंजू डैनी, यूएलएमएमसी सहायक अभियंता अमित गैरोला, कौस्तुभ बडथ्वाल, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा रावत आदि उपस्थित थे।