उत्तराखंड पंचायत चुनाव में इस बार अलग-अलग रंग देखने को मिले. एक तरफ जहां ग्रामीणों ने युवाओं पर ज्यादा भरोसा जताया, तो वहीं जनता ने कई ऐसे प्रत्याशियों को जमीनी हकीकत से रूबरू कराया, जिनका सोशल मीडिया पर अच्छा खासा भौकाल था. ये वो प्रत्याशी हैं, जिन्हें लोगों ने सोशल मीडिया पर खूब प्यार और स्पोर्ट दिया, लेकिन वोट नाममात्र भी नहीं मिले है।
सबसे पहले हम बात करते हैं, रुद्रप्रयाग जिले की रहने वाली फेमस यू ट्यूबर दीपा पहाड़ी की. दीपा पहाड़ी का वैसे असली नाम दीपा नेगी है, जिन्होंने दीपा पहाड़ी नाम से अपना यू ट्यूबर चैनल बनाया हुआ है. दीपा नेगी घिमतोली गांव की रहने वाली हैं।
दीपा ने स्वांरी-ग्वांस घिमतोली से ग्राम प्रधानी का चुनाव लड़ा था. दीपा नेगी को उम्मीद थी कि वो इस चुनाव में पक्का जीतेंगी. क्योंकि सोशल मीडिया पर उनकी अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है, लेकिन जनता ने दीपा नेगी को नकार दिया. दीपा नेगी को प्रधानी के चुनाव में मात्र 256 वोट मिले हैं. बता दें कि दीपा नेगी के यूट्यूब पर 1.28 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स और फेसबुक पर 32 हजार फॉलोवर्स हैं।
चुनाव हारने के बाद दीपा नेगी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. इसका कारण यह है कि यूजर्स उन्हें कई तरह के कमेंट कर रहे हैं. कोई उन्हें दोबारा मेहनत करने की सलाह दे रहा है, तो कोई उनकी हार का मजाक भी बना रहा है. उन्हें हार के बाद कई यूजर्स ने कहा, सोशल मीडिया की दुनिया अलग होती है, जबकि वास्तविक जिंदगी अलग होती है. गांव की सरकार में दीपा को असफलता मिलने के बाद उनमें भी मायूसी देखने को मिल रही है. पंचायत चुनाव में स्वांरी-ग्वांस घिमतोली ग्राम पंचायत की मतगणना एक बार फिर यह स्पष्ट हो गया कि ग्राम प्रधान का चुनाव सिर्फ प्रचार या सोशल मीडिया की लोकप्रियता से नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत, लोकसंपर्क और गांव के मतदाताओं की प्राथमिकताओं से तय होता है।
हार के बाद दीपा नेगी ने किया पोस्ट दीपा नेगी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, हे भगवान! अब इन लोगों को कौन समझाए कि अपने ही गांव से उठी थी तो अपने ही गांव से हारना था. सब्सक्राइबर के साथ थोड़ा उठी थी, जो इनके होते हुए हार गई. भगवान सद्बुद्धि दे आपको।
ऐसे फेमस हुई थी यू ट्यूबर दीपा नेगी पहाड़ी यू ट्यूबर दीपा नेगी पहाड़ी को बजरंग बली का आशीर्वाद मिला है. उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी के साथ वायरल हुआ था, जिसमें एक बंदर उनके कंधे पर बैठा रहता है और दीपा ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति को बयां करती हैं कि गांव में आज भी बंदरों का आतंक बना हुआ है और ग्रामीण इलाके पलायन करने को मजबूर हैं. उनके इस वीडियों को काफी पसंद किया गया, जिसके बाद वह बहुत फेमस हो गई थी. ऐसे ही कुछ पिथौरागढ़ कनालीछीना विकासखंड से चुनावी मैदान में उतरी यू ट्यूबर दीप्ति बिष्ट भी अपना चुनाव हार गई. उनके यूट्यूब पर डेढ़ लाख से अधिक फॉलोअर हैं. वहीं फेसबुक पर भी एक लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं. लेकिन जब वोट पड़ने की बारी आई, तो उन्हें मात्र 55 वोट पड़े. इसके बाद वह अपना यह चुनाव हार गई।