चमोली (ब्यूरो,TUN) बीते साल अगस्त माह में जोशीमठ विकास खंड के दूरस्थ गांव पगनो में जबरदस्त भूस्खलन एवं दरार जैसी समस्या उत्पन्न हो गई थी जिस कारण इस गांव में भूस्खलन के चलते कई परिवारों के आशियाने पल भर में जमींदोज हो गए थे हालांकि इस मामले को लेकर के कई महीने बीत चुके हैं लेकिन आज भी ग्रामीणों में काफी डर का माहौल बना हुआ रहता है ।और आपको बताते चलें कि इस भूस्खलन के चलते पगनो गांव में कई दुकानें और कई परिवारों के आशियाने और यहां तक की देवी देवताओं के मंदिर और साथ में गांव के ही एकमात्र राजकीय प्राइमरी विद्यालय भी इस भारी भूस्खलन की चपेट में आ गया जिस कारण ग्रामीणों को काफी नुकसान झेलना पड़ा ।
आज भी पगनो गांव दरार एवं भूस्खलन का दंश झेल रहा है बता दें कि आज भी ज्यादा बरसात होने पर गांव के ठीक ऊपर से हो रहा भूस्खलन का सारा मालवा गांव के करीब पहुंच जाता है जिस कारण ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
अब सबसे बड़ी बात तो यह भी है कि पगनो गांव में बना एकमात्र राजकीय प्राइमरी विद्यालय भारी भूस्खलन के चलते पूरी तरह से बर्बाद हो गया हालांकि इस मामले को कई महीने जरूर बीत चुके हैं लेकिन आज भी पगनो गांव के सारे छोटे-छोटे नोनीहाल गांव के ही पास में बना एक प्राइवेट संस्था के द्वारा बनाया गया टेंट में पढ़ने के लिए मजबूर बने हुए हैं जिस टेंट में छोटे-छोटे नोनीहालों के लिए कुछ भी ऐसी सुविधा उपलब्ध नहीं है जिसका लाभ छोटे-छोटे नोनीहाल ले पाए
टेंट में पढ़ने वाले सारे छोटे-छोटे नोनीहालों का कहना है कि उन्हें इस टेंट में पढ़ाई करने मैं काफी दिक्कतें पैदा हो रही है बड़ी बात तो यह भी है कि जहां पर पगनो गांव के ही रहने वाले छोटे-छोटे नोनीहाल एक टेंट के भीतर पढ़ाई करने के लिए मजबूर बने हुए हैं ठीक उसके समीप विद्युत विभाग का विद्युत सप्लाई करने वाला ट्रांसफार्मर भी मौजूद है जो विद्युत विभाग का ट्रांसफार्मर भी छोटे-छोटे नोनीहालों के लिए मुसीबत बना हुआ है आलम यह है कि यदि बरसात के दौरान किसी भी छोटे-छोटे नोनीहाल के द्वारा यदि इस विद्युत विभाग का गांव को सप्लाई करने वाला ट्रांसफार्मर के खंबे पर गलती से भी किसी का हाथ पर लग जाएगा तो यहां पर किसी भी नोनीहाल के साथ कोई बड़ा हादसा हो सकता है ।