11 जनवरी को अखाड़े की पेशवाई निकलेगी प्रयागराज में, धर्म ध्वजा 12 जनवरी को स्थापित होगी, 13 जनवरी को लोहड़ी का पर्व मनाया जाएगा
सिखों के दसवें गुरु गुरु़ गोविंद सिंह जी द्वारा स्थापित श्री निर्मल पंचायती अखाड़ा के साधु संत आज सुबह तड़के अपने जखीरे के साथ कनखल स्थित अखाड़ा के मुख्यालय से प्रयागराज कुंभ में भाग लेने के लिए बड़ी तादाद में रवाना हुए। साधु संतों के काफिले के साथ जखीरे से भरा हुआ ट्रक भी रवाना हुआ। श्री निर्मल पंचायती अखाड़ा के कोठारी महंत जसविंदर सिंह शास्त्री ने साधु संतों के काफिले और जखीरे के ट्रकों को भगवा ध्वज फहराकर रवाना किया।
इस अवसर पर साधु संतों को संबोधित करते हुए महंत जसविंदर सिंह शास्त्री ने बताया कि श्री निर्मल पंचायती अखाड़ा के पीठाधीश्वर श्री महंत ज्ञान देव सिंह वेदांताचार्य महाराज के नेतृत्व में अखाड़े की पेशवाई 11 जनवरी को प्रयागराज में धूमधाम के साथ प्रवेश करेगी। 12 जनवरी को अखाड़ा की धर्म ध्वजा स्थापित की जाएगी, 13 जनवरी को लोहड़ी का पर्व बनाया जाएगा और 14 जनवरी को कुंभ का पहला स्नान होगा।
उन्होंने बताया कि पूरे देश से निर्मल संत और भक्त लोग प्रयागराज पहुंचेंगे और उनके रहने खाने पीने की व्यवस्था की जा रही है और निर्मल पंचायती अखाड़ा के प्रयागराज में डेरे में रोजाना संतों के प्रवचन संत सम्मेलन तथा अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। पूरी तैयारी जोर-जोर से की जा रही हैं उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इस बार महाकुंभ में बेहतरीन इंतजाम किए है और साधु संतों को कुंभ के मुकाबले और अधिक सुविधाएं दी जा रही है सफाई, बिजली और सड़कों की व्यवस्था बहुत अच्छी की गई है। निर्मल भेख मुख्यमंत्री योगी का आभार जताता है और उन्हें साधुवाद देता है।
इस अवसर पर मुकामी महंत अमनदीप सिंह, महंत वीर सिंह, महंत सुखमन सिंह, महंत जसकरण सिंह, महंत जसवीर सिंह, महंत मलकित सिंह, संत बृजेंद्र सिंह, संत गुज्जन सिंह, संत सुरेंद्र सिंह, संत ओंकार सिंह आदि मौजूद थे।