उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) ने मानसून सत्र शुरू होने से पहले अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है कि उसने बरसात के मौसम में पूरे राज्य में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी तैयारियां कर ली हैं। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को पर्याप्त अग्रिम तैयारियां सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है, ताकि बारिश, जलभराव, पेड़ गिरने और आपदा जैसी संभावित स्थितियों में भी निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार यादव ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि सभी सब-स्टेशनों, एचटी और एलटी लाइनों की प्रतिदिन निगरानी की जाए और विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में जल्द से जल्द विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए कंडक्टर, केबल, पोल और ट्रांसफार्मर जैसी आपातकालीन सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। एमडी ने सभी अधीक्षण अभियंताओं और अधिशासी अभियंताओं को अपने-अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 33/11 केवी सब-स्टेशनों और उनसे निकलने वाले 11 केवी फीडरों का निरीक्षण करने और हाई अलर्ट मोड में मौजूद रहने के निर्देश भी दिए हैं।
इसके अलावा बेहतर विद्युत आपूर्ति के लिए लाइनों के बीच में आने वाले पेड़ों व शाखाओं की कटाई-छंटाई का काम समय पर करवाने तथा सभी ट्रॉली कन्वर्टर चालू हालत में होने तथा किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए उपलब्ध होने के निर्देश दिए गए हैं। यूपीसीएल ने आगे दावा किया कि 10 से 15 जून तक राज्य में विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से नियमित व सुचारू रही है। इस दौरान प्रतिदिन औसत विद्युत मांग 52 से 62 मिलियन यूनिट के बीच रही है तथा प्रतिदिन विद्युत की उपलब्धता शत-प्रतिशत रही है।