हरिद्वार। कनखल स्थित मृत्युजय मठ के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी यमुनापुरी महाराज के आश्रम से लाखों रूपये की नगदी और कीमती सामान चोरी होने का मामला सामने आया है। चोरी की घटना पर आश्रम के कोठारी (प्रबंधक) पर ही आश्रम के स्वामी ने आरोप लगाया है।
महामंडलेश्वर स्वामी यमुनापुरी महाराज ने बताया कि उनके आश्रम में पिछले 2009 से रह रहे कोठारी स्वामी वैराग्यपुरी पर उन्हें पूरा भरोसा था। आश्रम की तिजोरी और हिसाब-किताब की सारी चाबियां उन्हीं के पास रहती थीं।
स्वामी यमुनापुरी के अनुसार, कोठारी वैराग्यपुरी आश्रम में गौशाला के लिए रखे गए लगभग 27 से 28 लाख रुपये की बड़ी रकम, एक सोने की रुद्राक्ष माला, और छह छोटी चांदी की कटोरियां लेकर फरार हो गए हैं। जाने से पहले उन्होंने केवल एक मैसेज छोड़ा कि वह जा रहे हैं।
महामंडलेश्वर स्वामी यमुनापुरी ने बताया कि उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में कोठारी वैराग्यपुरी अपने हाथ में एक बैग लेकर जाते हुए दिख रहे हैं। बताया कि कोठारी रात 10.30 बजे के बाद गए और लगभग 1.30 बजे कैमरा फुटेज में वह आश्रम से बाहर निकलते हुए दिखाई दिए।
महामंडलेश्वर स्वामी यमुनापुरी महाराज ने पुलिस प्रशासन से पुरजोर कोशिश करने और कोठारी को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की है। उन्होंने कहाकि मैं चाहता हूं कि पुलिस प्रशासन उसको पकड़े और उचित दंड दे और हमारे आश्रम, ट्रस्ट का जो पैसा है, वो वापस आए हमारे पास।
उन्होंने प्रशासन की क्षमता पर भरोसा जताते हुए कहा कि जब हम इतने बड़े आतंकवादियों को पकड़ सकते हैं, तो यह तो आतंकवादी भी नहीं है। फिलहाल, पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और आरोपी कोठारी स्वामी वैराग्यपुरी की तलाश में जुट गई है। यह घटना धार्मिक संस्थानों में विश्वास और प्रबंधन पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगाती है।