Sat. Dec 21st, 2024

हरिद्वार (विशेष संवाददाता द्वारा) पिछले दिनों चमोली के तपोवन में आई त्रासदी जिसमें भारी मात्रा में ग्लेशियर के टूटने से ऋषि गंगा में भारी बाढ़ आई जिसके कारण ना केवल ऋषि गंगा में बन रहे कंपनी के प्रोजेक्ट तथा जो चल रहे थे जिनमें सैकड़ों की संख्या में लोकल तथा बाहर से आए हुए गरीब मजदूर काम कर रहे थे वह सारे के सारे इस बाढ़ में बह गए इतना ही नहीं ऋषि गंगा के किनारे बसे हुए अनेकों गांव जिनमें बाढ़ से अनजान लोग बैठे हुए थे इस बाढ़ की चपेट में आ गए तथा सैकड़ों की संख्या में लोग तथा उनके बच्चे इस बाढ़ में बह गये और बेघर बाहर हो गये हालांकि सरकार की ओर से इनके बचाव में कार्य किए गए लेकिन वे सारे काम ना काफी हैं मुझे भी महाराज श्री की ओर से फोन आया कि आप तुरंत मठ में जाओ तथा वहां के लोगों के साथ मिलकर लोगों की मदद करो मैं मैं महालक्ष्मी के आदेश पर मठ में गया तथा लोगों को साथ लेकर मौके पर गया था मैंने पाया कि वहां पर लोगों की जो मदद की जा रही है बहुत ही कम है हालांकि सरकार की ओर से जो राशन पानी बांटा गया वह केवल दो-चार दिन का ही था और उसके बाद सरकार ने अपने दायित्व की इतिश्री कर ली थी लोग परेशान हो रहे हैं मेरे पास कई ऐसी वीडियो है जो इस बात को पुष्टि करती हैं मैं इस बारे में गृह मंत्री तथा राज्य के मंत्रियों से बात की है उनको वीडियो भी भेजे हैं ताकि वह लोगों की मुश्किलों को समझ सके अवतार सिंह भड़ाना ने बताया कि मैंने सरकार से अपील करी है कि वह प्रत्येक परिवार को कम से कम 50 50 लाख रुपया अनुदान के रूप में दें ताकि वे अपना जीवन फिर से प्रारंभ कर सकें श्री बढ़ाना ने बताया कि वहां पर यह स्थिति है कि लोगों की लाशें तक नहीं मिल रही और जो मिल रही हैं उनकी पहचान नहीं हो रही लोग तरस रहे हैं कि हमें हमारे बच्चों की मिट्टी ही दे दो हम उसका दाह संस्कार कर संतुष्ट हो लेंगे मजदूर आदमी है मजदूरी करके खा पी लेंगे लेकिन हमारे बच्चों की मिट्टी दे दीजिए हम गरीब आदमी हैं हम मजदूरी करते हैं अब मेहनत मजदूरी करके अपना जीवन यापन कर लेंगे बढ़ाना ने केंद्र सरकार व राज्य सरकार से अपील की कि वे इस भयानक बाढ़ से त्रस्त लोगों के लिए कम से कम 50 50 लाख रुपया की मदद करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *