इस अवसर पर अपने सम्बोधन में जिलाधिकारी ने कहा कि 26 जनवरी,1950 को हमारा देश गणतंत्र घोषित हुआ था। उसी दिन से हमारा भारतीय संविधान लागू हुआ था। संविधान की प्रस्तावना का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि इसमें उल्लिखित शब्द केवल चन्द शब्द नहीं हैं, इनके बहुत गूढ़ अर्थ हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप ध्यान से देखें, तो हमारा भविष्य का भारत कैसा होगा, किन किन विषयों को लेकर हमें आगे बढ़ना है, किस तरह की आजादी हमें चाहिये, किस तरह के न्याय की बात उसमें कहीं गयी है, शासन व्यवस्था कैसी हो, ये सब पूरे संविधान का सार प्रस्तावना में है। इसीलिये इसे संविधान की आत्मा कहा जाता है।